Knowledge-is-Power

ज्ञान की अवधारणा | Knowledge is power

ज्ञान की अवधारणा | Knowledge is power

 

अटूट श्रद्धा व्यक्ति के स्वयं के ज्ञान के द्वारों को खोलने में सबसे बड़ी बाधक होती है।  यदि हम मे किसी के प्रति श्रद्धा उत्पन्न हो जाती है तो हम शीघ्र ही उसका अनुसरण कर लेते हैं और उसके बताए गए मार्ग पर चलने लगते हैं।

इसी से जीवन में उन सुखद अनुभूति यों से हम वंचित रह जाते हैं जो केवल स्वयं की ज्ञान के द्वारों के खुलने पर होती है।  मस्तिष्क के आंतरिक द्वार तभी खुलते हैं जब इसके लिए एक प्रकार की विशेष प्यास की ललक जागृत हो ।

यह कुछ उसी प्रकार से हैं जिस प्रकार से जब किसी व्यक्ति को कोई बीमारी लग जाती है तब उसके अंदर इस बीमारी को दूर करने की जबरदस्त प्यास से जागृत हो जाती है, जिसके लिए वह हर प्रकार से प्रयास करता है।

जब तक हम यह समझते रहेंगे कि हमारे पास ज्ञान का कोई अभाव नहीं है तब तक इसे प्राप्त करने की प्यास हमारे आंतरिक जगत में जागृत ही नहीं होगी । यह तो तभी जागृत होगी जब हम यह अनुभव करेंगे कि हममें  केवल अज्ञान ही समाया हुआ है ।

अज्ञान का जबरदस्त अनुभव ही ज्ञान प्राप्त करने की प्यास रूपी ललक को जागृत करता है।  हम जैसे जैसे स्मृतियों को पकड़ते जाएंगे वैसे-वैसे ज्ञान हमसे दूर होता जाएगा ।

यह कुछ उसी प्रकार से है जिस प्रकार से करने के संबंध में शास्त्र पढ़कर या व्याख्यानों को सुनकर करना नहीं सीखा जा सकता है अर्थात केवल सुनने  से कुछ नही होगा, हमें कदम उठाने होंगे ।

यदि अज्ञान हमारा है तो इसे हमारा ही ज्ञान मिटा सकता है दूसरे का कदापि नहीं ।  यदि अज्ञान हमारा हो और ज्ञान दूसरे का तो इस स्थिति में अज्ञान तो बचा रहेगा किंतु ज्ञान स्मृति के रूप में एकत्रित होकर बोझ बनता जाएगा ।

इसमें अहंकार के सिवाय और कुछ भी हासिल नहीं होगा । जो अंततः मानसिक तनाव का कारण बनेगा । शुद्ध ज्ञान ने तो कभी अहंकार को बढ़ाता है और ना ही तनाव का कारण बनता है । इसलिए हर एक को स्वयं के ज्ञान को जागृत करने का भरसक प्रयास करना चाहिए।

क्योंकि ऐसा कहा जाता है की ज्ञान ही शक्ति है (Knowledge is power), परन्तु यह आधा सत्य है। ज्ञान शक्ति नही है , ज्ञान एक सम्भावित शक्ति है अर्थात ज्ञान का उपयोग करके हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है ।

मान लीजिये की हमारे अंदर ज्ञान बहुत है परन्तु वह ज्ञान केवल मस्तिष्क में ही रह जाता है तो वह हमारे किस काम का, ज्ञान तो हमारे लिए सफलता का द्वार खोलने वाला होता है।

ज्ञान की अवधारणा | Knowledge is power

इसी श्रेणी के अन्य लेख पढ़ें – यहा क्लिक करें

चीन ने चाँद पर नया खनिज खोज लिया है, जो कृषि के लिए खाद बनेगा Chanakya Niti: जानिए आचार्य चाणक्य से बुरे समय में क्या करना चाहिए ! Chanakya Niti: जीवन की ये तीन बात अपने तक ही सीमित रखें, नहीं तो आपका दोस्‍त और भाई भी आपका शत्रु बन जाएगा Chanakya Niti: इन 4 बातों पर अमल कीजिये, जीवन में कोई कठिनाई नहीं आएगी और सुख भी मिलेगा PM Kisan Yojana: इन किसानों को लौटाने होंगे किस्त के पैसे, जानें क्यों और कैसे